क्या आपने कभी सोचा है कि मुन्नी
बदनाम हुई......डार्लिंग तेरे लिए, या
फिर माई नेम इज शीला...शीला की
जवानी, जैसे गानों में ऐसा क्या था कि
जिसने भी इसकी धुन को एक बार सुना,
वो ही इन्हें गुनगुनाने लगा.
हम सबके साथ ऐसा कई बार हो चुका है,
कुछ गानों के बोल बिना किसी वजह के
हमारे दिमाग में अटक जाते हैं और हम
उन्हें कभी-कभी कई घंटों नहीं बल्कि कई
दिनों तक गुनगुनाते रहते हैं.
असल में अच्छे संगीत की एक अलग फितरत होती है,
गानों में सुर, लय और ताल होते हैं जो उन्हें याद रखने की गुंजाईश को बढ़ा देते हैं
संगीत का संबंध हमारी भावनाओं से होता है, इसलिए इनका रह-रह कर हमें याद आना स्वाभाविक होता है !!!!!!!!!!!!!!!!!
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